चतुर्थी विभक्ति प्रयोग |
जननी भिक्षुकाय रोटिकाम् ददाति | = माँ भिखारी के लिए रोटी देती है | (Mother gives bread to the beggar.)
बालकाय दुधं रोचते | = लड़का को दूध पसंद है | (The boy likes milk.)
सरस्वतीयै नमः | = सरस्वती को नमस्कार करता हु | (I salute Saraswati.)
वाशुदेव: भगिनियै प्रिय वस्तु ददाति | = वाशुदेव बेहन के लिए प्यारा सामान देता है | (Vasudev gives cute stuff for sister.)
सुर्भेयभ्य स्वस्ति | = सब का भला हो | (Good luck to all)
भीम: वकसुराय् क्रिध्यति | = भीम वकसुरा पर क्रोधित होता है | (Bhima is furious at Bakasura.)
राम: लक्षमनाय् न कुप्यति | = राम लक्षमण पर गुस्सा नहीं होता है | (Ram does not get angry on Lakshmana.)
मित्रेभ्य फलं रोचते | = दोस्त फल पसंद है | (Friends like fruits.)
भगिनी सख्यैभ्य फलं ददाति | = बेहन की सखी के लिए फल देती है | (Gives fruits for sister's friend.)
कमेषः देवाय पुष्पाणि संप्यति | = कामेश देव को फूल चढ़ाता है | (Kamesh offers flowers to Dev.)
पञ्चमी विभक्ति रूपाणि |
सुधाखण्ड: हस्तात् पतति | = चाक हाथ से गिरता है | (The chalk falls from the hand.)
जलं चषकात पतति | = पानी गिलाश से गिरता है | (Water falls from the gills.)
वृक्षात फलं पतति | = पेड़ से फल गिरता है | (Fruit falls from the tree.)
पुस्तकात पत्रं पतति | = किताब से पत्र गिरता है | (The letter falls from the book.)
हस्त: - हस्तात् = हाथ से | (by hand)
वृक्षः - वृक्षात् = पेड़ से | (from the tree)
पुस्तकम् - पुस्तकात् = किताब से | (by the book)
पुस्तकालय - पुस्तकालयात = पुस्तकालय से | (from the library)
गृहं - गृहात् = घर से | (From home)
नगरं - नगरात् = गाँव से | (from the village)
अभ्यास
फलं वृक्षात् पतति | = फल पेड़ से गिरता है | (The fruit falls from the tree.)
लेखनी आशन्दात् पतति | = कलम कुर्शी से गिरता है | (The pen falls from the chair.)
बलः असवात पतति | = बल जीवन से गिरता है | (Force falls from life.)
पिता कार्यलयात आगच्छति | = पिता काम से आगये | (Father came from work.)
माता मन्दिरात् आगच्छति | = माँ मंदिर से आगई | (Mother came from the temple.)
छात्र: विधलयात् आगच्छति | = विद्यार्थी स्कूल से आगये | (Students leave the school.)
सः आपणात् धनं आनयति | = वह दुकान से पैसा ले आई | (She brought money from the shop.)
एष: नगरात् फलं आनयति | = यह गाँव से फल ले आई | (It brought fruits from the village.)
भिक्षुकः नगरात् नगरं ब्रहमति | = भिखारी गाँव से गाँव घूमता है | (The beggar roams from village to village.)
पिता नगरात् आगच्छति | = पिता गाँव से आगये | (Father came from the village.)
आकारांत ईकारांत स्त्रीलिंग शब्दानां पञ्चमी विभक्ति रूपाणि |
स्थालिका - स्थालिकायाः = थाली से (from plate.)
पेटिका - पेटिकायाः = बॉक्स से | (from box.)
लेखनी - लेखन्याः = कलम से | (by pen.)
माला - मालायाः = माला से | (from garland.)
शाला - शालायाः = हॉल से | (from the hall.)
कुपि - कूप्याः = बोतल से | (from bottle.)
भगिनी भगिन्याः = बहन से | (from sister.)
देवी - देव्याः = देवी से | (from the goddess.)
जननि - जनन्याः = माँ से | (from mother.)
पुष्पं मालायाः पतति | = माला से फूल गिरता है | (Flowers fall from the garland.)
शिला शालायाः गृहं आगच्छति | = शिला हॉल से घर आ गई | (Shila came home from the hall.)
मम् माता गंगायाः जलं आनयति | = मेरी माँ गंगा से जल लेकर आगई | (My mother came with water from the Ganges.)
माला बलिकायाः पुस्तकं स्वीकरोमि | = माला लड़की से किताब लेती है | (Mala takes the book from the girl.)
सीता पाठशालायाः गृहं गच्छति | = सीता पाठशाला से घर जाती है | (Sita goes home from school.)
बहुवचन
वृक्षात् - वृक्षाभ्यां - वृक्षाभ्य: = पेड़े से | (From the tree.s.)
विधालयात् - विधालयाभ्यां = विधालयाभ्य: = स्कूले से | (from school.s.)
नगरात् - नगराभ्यां - नगराभ्य: = गाँवे से | (From the village.s.)
मन्दिरात् - मन्दिराभ्यां - मन्दिराभ्य: = मंदिरे से | (From temples.s.)
पेटिकायाः - पेटिकाभ्यां - पेटिकाभ्य: = बॉक्से से | (from box.s.)
यात्रीकः विदेशेभ्यः आगच्छन्ति | = यात्री विदेश से आ गये | (Travelers came from abroad.)
छात्रा: विधालयेभ्यः आगच्छन्ति | = विद्यार्थी स्कूल से आ गये | (Students have come from school.)
महिलाया: शालाभ्यः आगच्छन्ति = महिला हॉल से आ गये | (Ladies came out of the hall.)
In this post we are discussing how to use Chaturthi vibhkti priyog, Panchami vibhkti rupani, Varna etc. This one is an video classes by just watching videos you can learn to speak in Sanskrit language without any difficulty
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