Wednesday, April 13, 2022

Learn Sanskrit – Video Class – 69/120 संबोधन विभक्ति प्रयोग भवति - प्रथमा विभक्ति बहुवचन संबोधन रूपाणि प्रयोग - श्लोकं (Sambodhan vibhakti priyog bhavati - Prathama vibhakti bahuvachan rupani priyog - Shlokam)

संबोधन विभक्ति प्रयोग भवति |

संबोधन विभक्ति प्रयोग भवति |

रे मूढ भवन कुत्र गतवान आसीत् | = रे मूर्ख तुम कहाँ जा रहे हो | (Rey fool where are you going)
रे अन्धा सम्यक आगच्छतु | = रे अंधा ठीक से आओ | (Rey blind come well.)

अकारांत पुल्लिंग शब्दानां संबोधन रूपं |

रे अलष: किम् कार्यम् करोति | = रे आलसी क्या काम करते हो | (What are you doing lazy?)
हे अलष: शीघ्रम् कार्यम् करोतुम् | = हे आलसी जल्दी जल्दी काम करो | (Hey lazy, work fast.)
हे मूढ किम् करोति | = हे मूर्ख क्या करते हो | (What are you doing oh fool?)
रे मूर्ख शीघ्रम् आगच्छतु | = रे मूर्ख जल्दी आओ | (Hey fool, come quickly.)
रे अन्धा सम्यक पश्यतु | = रे अंधा ठीक से देखो | (Ray blind look properly.)

अकारांत पुल्लिंग शब्दानां संबोधन रूपं - अकारांत स्त्रीलिंग शब्दानां संबोधन रूपं |

अकारांत स्त्रीलिंग शब्दानां संबोधन रूपं |

सपने सम्यक् पठतु | = सपना में ठीक से पढ़ो | (Read properly in the dream.)
लते किम् करोतुं | = लता क्या कर रही हो | (What is Lata doing?)
श्रीलति सिर्घंम् आगच्छतु | = श्रीलता जल्दी आओ | (Come soon, Sreelatha.)
राधे कुत्र गतवति | = राधा कहाँ जा रही हो | (Where is Radha going?)
काव्ये सम्यक् लिखत भो भो | = कविता ठीक से लिखो भाई | (Write the poem properly brother.)
सिते शीघ्रम् भोजनं करोतुं | = सीता जल्दी भोजन करो | (Sita eat fast.)

उदाहरण 

रामा तत्र किम् करोति | = राम वहाँ क्या कर रहा है | (What is Ram doing there?)
लते किञ्चित् पठतु भो भो | = लता थोड़ा सा पढ़ो भाई | (Lata read a little brother.)
रे दुष्टे तत्र किम् करोति | = रे दुष्ट वहाँ क्या कर रहे हो | (What are you doing rogue there?)
रे मूढ भवन कुत्र गतवान | = अरे मुर्ख तुम कहाँ जा रहे हो | (Hey idiot where are you going)

प्रथमा विभक्ति बहुवचन संबोधन रूपाणि प्रयोग | 

प्रथमा विभक्ति बहुवचन संबोधन रूपाणि प्रयोग |

रे बालकाः | = रे लड़का | (Hey boy.)
हे छात्राः | = हे विद्यार्थी | (Hey student.)
रे भक्ताः सम्यक् उपविशन्तु | = रे भक्त ठीक से बैठो | (Oh devotee, sit properly.)
छात्राः सम्यक् पठन्तु | = विद्यार्थी ठीक से पढ़ो | (Students read well.)
भो भो छात्राः वयं क्रिडामः | = भाई विद्यार्थी हम खेल रहे है | (Brother students we are playing.)
भो भो छात्राः वयं विधालयम् गच्छामः | = भाई विद्यार्थी हम स्कूल जा रहे है | (Brother student we are going to school.)
भो भो जनाः सम्यक् पश्यन्तु | = भाई लोग ठीक से देखो | (Brothers look properly.)

विशिष्ट: शब्दाः संबोधन रूपं | 

विशिष्ट: शब्दाः संबोधन रूपं |

हे मित्रा अत्र आगच्छतु | = हे दोस्त यहाँ आओ तो | (Hey friend, come here.)
हे लक्ष्मि अत्र पश्यतु | = हे लक्ष्मि यहाँ देखो तो | (O Lakshmi, look here.)
हे पिता: किञ्चित् धनं ददातु | = हे पिता थोड़ा सा पैसा दीजिये तो | (Oh father, give me some money.)
हे शास्त्रीम् कुत्र अस्ति | = हे शास्त्री कहाँ है | (Where is Shastri?)
हे शास्त्रीम् किम् कार्यम् करोति | = हे शास्त्री क्या काम करते हो | (What work are you doing, O Shastri?)
हे माता: भवति कुत्र गच्छति | = हे माता आप कहाँ जा रहे है | (Hey mother where are you going?)
श्रीमन् कुत्र गच्छति | = श्रीमान कहाँ जा रहे हो | (Where are you going sir?)
श्रीमन् अन्तः आगच्छामि वा | = श्रीमान अंदर आ जाईए | (Come in sir.)
श्रीमन् परिक्षा कदा | = श्रीमान परीक्षा कब है | (When is the exam sir?)

एकस्य शब्दस्य सप्ता नाम अपि विभक्ति रूपाणि भवन्ति | 

एकस्य शब्दस्य सप्ता नाम अपि विभक्ति रूपाणि भवन्ति |

छात्रः गच्छति | = विद्यार्थी जा रहे है | (Students are leaving.)
हे छात्र अत्र आगच्छतु | = हे विद्यार्थी यहाँ आना तो | (Hey student come here)
छात्रम् अहं अर्पयामि | = विद्यार्थी मुझे उपभवन है | (The student is an accessory to me.)
छात्रेण सह गोविन्दः अपि गच्छति | = विद्यार्थी के साथ गोविन्द भी जाता है | (Govind also goes with the student.)
छात्राय अहं पुस्तकं ददामि | = विद्यार्थी मुझे किताब दे रहा है | (The student is giving me a book.)
छात्रात् अहं लेखनीं स्वीकरोमि | = विद्यार्थी मेरा कलम ले रहा है | (Student is taking my pen.)
छात्रस्य नाम् रमेशः | = विद्यार्थी का नाम रमेश है | (The student's name is Ramesh.)
छात्रे विनय गुण: अस्ति | = विद्यार्थी नम्रता गुण है | (Student humility is the quality.)

श्लोकं 

श्लोकं

रामो राजमणि: सदा विजयते  

रामं रमेशं भजे 

रामेणाभिहता निशाचरचमू 

रामाय तस्मै नम

रामान्नास्ति परायणं परतरं 

रामस्य दासोस्म्यहम् 

रामे चित्तलय: सदा भवतु मे 

भो राम मामुद्धर


= अर्थ = 

                                   (रामरक्षा स्तोत्र)

राजशिरोमणि,,,,,,,, ,सदा विजयी होनेवाले रमापति राम की मै प्रार्थना करता हूँ

राक्षसों का नि:पात करनेवाले राम को नमस्कार

राम के अलावा कुछ अधिक महत्त्वपूर्ण नही , मै राम का दास हूँ


                                    (Ram Raksha Stotra)

(Rajshiromani,,,,,,,,, I pray to Ramapati Ram, who is always victorious.

Salutations to Rama, the destroyer of demons.

Nothing is more important than Ram, I am Ram's servant.)



In this post we are discussing how to use Sambodhan vibhakti priyog bhavati, Prathama vibhakti bahuvachan rupani priyog, Shlokam, Varna etc. This one is an video classes by just watching videos you can learn to speak in Sanskrit language without any difficulty.

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